tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post114114887063089390..comments2023-10-26T16:19:05.186+05:30Comments on ...रचनाकारों को प्रकाशित करने का उद्यम....: कविताUnknownnoreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-1141734239867421622006-03-07T17:53:00.000+05:302006-03-07T17:53:00.000+05:30वक्त तो चलता रहता है और हर कदम एक याद का ज़ख़्म छ...वक्त तो चलता रहता है और <BR/>हर कदम एक याद का ज़ख़्म <BR/>छोड जाता हैं,<BR/>जो ज़िन्दगी के साथ हरियाते है,<BR/>हम सहलाकर इन्हे कुछ <BR/>हल्का कार लेते है मन,<BR/>वरना मन का क्या<BR/>वो तो चंचल है,<BR/>चलता रहता है.Yatish Jainhttps://www.blogger.com/profile/14283748451497318321noreply@blogger.com