tag:blogger.com,1999:blog-206135492024-03-13T06:43:04.590+05:30...रचनाकारों को प्रकाशित करने का उद्यम....Unknownnoreply@blogger.comBlogger326125tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-78716404866825226222011-11-11T13:15:00.004+05:302011-11-11T13:18:58.955+05:30साहित्यिक ब्लॉगर्स हेतु अ. भा. रचना शिविर के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रितपद्मश्री मुकुटधर पांडेय स्मृति रचना शिविर रायगढ़ में रायगढ़ । रचनाकारों की संस्था, प्रमोद वर्मा स्मृति संस्थान, रायपुर, छत्तीसगढ़ द्वारा इंटरनेट पर सक्रिय तथा युवा ब्लॉगरों (कवियों/लेखकों/निबंधकारों/कथाकारों/लघुकथाकारों/गीतकारों/ग़ज़लकारों/ बाल साहित्यकारों) को देश के विशिष्ट और वरिष्ठ रचनाकारों द्वारा साहित्य के मूलभूत सिद्धातों, विधागत विशेषताओं, परंपरा, विकास और समकालीन प्रवृत्तियों सेUnknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-33909672571123248792010-10-28T07:48:00.006+05:302010-10-28T08:00:28.299+05:30साहित्यिक ब्लॉगरों के लिए रचना शिविर<!--[if gte mso 9]> Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI MicrosoftInternetExplorer4 <![endif]--><!--[if gte mso 9]>Unknownnoreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-49515165914639039582010-07-18T13:52:00.002+05:302010-07-18T13:56:23.945+05:30प्रमोद वर्मा सम्मान, मधुरेश, ज्योतिष जोशी और डॉ. शोभाकांत झा कोरायपुर । द्वितीय प्रमोद वर्मा स्मृति आलोचना सम्मान से प्रतिष्ठित कथाआलोचक मधुरेश और युवा आलोचक ज्योतिष जोशी को सम्मानित किया जायेगा । इसी तरह राज्य स्तरीय प्रमोद वर्मा रचना सम्मान से वरिष्ठ ललित निबंधकार और लेखक डॉ. शोभाकांत झा को अलंकृत किया जायेगा । यह सम्मान उन्हें 31 जुलाई, प्रेमचंद जयंती के दिन रायपुर, छत्तीसगढ़ में आयोजित द्वितीय अखिल भारतीय प्रमोद वर्मा स्मृति समारोह में प्रदान किया Unknownnoreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-24854831974278498512010-07-06T07:26:00.002+05:302010-07-06T07:32:13.536+05:30आज ब्लॉगर सहित मीडियाकर्मियों का सम्मानसृजनागाथा डॉट कॉम के चार साल पूर्ण रायपुर । राज्य की पहली वेब पत्रिका तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित, साहित्य, संस्कृति, विचार और भाषा की मासिक पोर्टल सृजनगाथा डॉट कॉम चार वर्ष पूर्ण होने पर चौंथे सृजनगाथा व्याख्यानमाला का आयोजन आज 6 जुलाई, 2010 दिन मंगलवार को स्थानीय प्रेस क्लब, रायपुर में दोपहर 3 बजे किया गया है । जिसमें हिन्दी के चर्चित आलोचक, समीक्षक और संपादक,उन्नयन, इलाहाबाद Unknownnoreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-90891987971865303232010-05-08T08:15:00.004+05:302010-05-08T08:28:39.743+05:30हिंदी के महत्वपूर्ण ब्लॉगों का आदरयूँ तो आज लगभग हिंदी के महत्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में हिंदी ब्लॉगों को तवज्जो दिया जा रहा है । कोई ब्लॉग में छपे अंशों को प्रकाशित कर अपना ब्लॉग प्रेम का प्रदर्शन कर रहा है तो कोई किसी चयनित और छोटी सी पोस्टिंग को । इंटरनेट पर संचालित कई ऐेसी पत्रिकायें या पोर्टल हैं जो कमोवेश अपने ख़ास लेखकों के ब्लॉग वहाँ प्रदर्शित कर रहे हैं । किन्तु एक बात तो अब तक देखने को मिली है - वह है चयन में अपने Unknownnoreply@blogger.com9tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-9652762598676443522010-02-23T10:26:00.000+05:302010-02-23T10:27:32.106+05:30पंजाबी साहित्यिक जगत की अपूरणीय क्षतिगुलजार सिंह संधूकई प्रसिद्ध पंजाबी साहित्यकारों का एक महीने के अंतराल में निधन बेहद दुखद है। जोगिन्द्र सिंह राही की साहित्यिक आलोचना बेजोड़ थी। हरभजन सिंह को ज्ञानपीठ पुरस्कार देने वाली कमेटी को उनकी रचना ‘रुख व ऋषि’ की चार लाइनों ने ही मंत्रमुग्ध कर दिया था।टीआर विनोद की साहित्यिक मूल्यांकन लोगों के दिलों पर स्थायी प्रभाव डालने वाली थी तो संतोख सिंह धीर ने भी साहित्यिक जगत को कई अनमोल रचनाएं Unknownnoreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-6361094863851261932010-02-21T12:07:00.000+05:302010-02-21T12:09:39.975+05:30सत्यजीत को मिला पाटलीपुत्र नाट्य सम्मानजगदलपुर। सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था अभियान की चर्चित प्रस्तुति गांधी का सपᆬल मंचन बिहार की राजधानी पटना में आयोजित पाटलीपुत्र नाट्य महोत्सव के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में विशेष रूप से हुई। नाटक गांधी के अलावा देशभर से पधारे चिन्हीत नाट्यकर्मियों का सम्मान भी किया गया, जिसमें बंगाल के वरिष्ठ कलाकार रूद्रप्रताप सेनगुप्ता, बिहार के वरिष्ठ नाट्य लेखक रामेश्वर प्रेम एवं छत्तीसगढ़ के रंगनिर्देशक Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-87376969917816503022010-02-20T11:34:00.001+05:302010-02-20T11:34:41.737+05:30कहें दिनेश्वर कविराय' कविता-ग़ज़ल संग्रह का विमोचनमुंबई : युवा कवि, पत्रकार दिनेश्वर माली रोहिड़ा रचित कविता, गीत, ग़ज़ल संग्रह `कहें दिनेश्वर कविराय' का विमोचन कालाचौकी, मुंबई स्थित मुठलिया रेजीडेंसी में जैनाचार्य चंदानन सागरजी के पावन सान्निध में भवन निर्माता तथा समाजसेवी मदनलाल मुठलिया, शांतिलाल कवाड़, उद्योगपति केआर बेदमुथा की ओर से किया गया। ह्मकहें दिनेश्वर कविराय' काव्य-संग्रह की भूमिका वरिष्ठ पत्रकार, मीडिया विशेषज्ञ निरंजन परिहार ने Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-85297541780632307092010-02-20T11:32:00.000+05:302010-02-20T11:33:37.374+05:30लोकार्पण संपन्न जुन्याली आस सशक्त उत्तराखंडी रचना ``गढ़माऊं'' के उत्तराखंड की भाषा बनाये जाने पर गंभीर चर्चामुंबई : उत्तराखंडी लोक साहित्य एवं संस्कृति को समर्पित हिमाद्रि, हिमालयन कल्चरल सोसायटी एवं उत्तरांचल विचार मंच के संयुक्त तत्वावधान में विगत २४ जनवरी अपराह्न में काशीनाथ धुरू सभागार दादर में पूर्ण मनराल की उत्तराखंडी काव्यकृति ``जुन्याली आस'' का लोकार्पण समारोह अध्यक्ष नंदकिशोर नौटियाल (प्रखर पत्रकार संपादक `नूतन सवेरा') के करकमलों से संपन्न हुआ। अपने वक्तव्य में श्री नौटियाल ने कहा कि पूर्ण Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-66062726383529985572010-02-20T11:31:00.000+05:302010-02-20T11:32:24.491+05:30जगदीश किंजल्क को `अभिनव शब्द शिल्पी' अलंकरणभोपाल : राष्ट्रीय ख्याति के अंबिका प्रसाद दिव्य स्मृति प्रतिष्ठा पुरस्कारों के संयोजक, लोकप्रिय पत्रिका `दिव्यालोक'' के संपादक, साहित्यकार जगदीश किंजल्क को विगत २४ जनवरी को स्थानीय रवींद्र भवन में अभिनव कला परिषद, भोपाल की सैंतालीसवीं साल गिरह के अवसर पर आयोजित एक भव्य समारोह में मध्य प्रदेश शासन के स्थानीय शासन मंत्री श्री बाबूलाल गौर के हाथों `अभिनव शब्द शिल्पी' की मानद उपाधि प्रदान की गयी। Unknownnoreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-47555533168825775202010-02-20T11:30:00.000+05:302010-02-20T11:31:38.828+05:30भोलानाथ कुशवाहा का जयपुर में सम्मानजयपुर : भोलानाथ कुशवाहा को जयपुर के पिंकसिटी प्रेस क्लब में २४ अक्टूबर को चतुर्थ राजेंद्र बोहरा स्मृति काव्य पुरस्कार प्रदान किया गया। भोलानाथ इलाहाबाद में `आज' अखबार में समाचार संपादक पद पर कार्यरत हैं। उन्हें यह पुरस्कार वरिष्ठ साहित्यकार नंदकिशोर आचार्य ने प्रदान किया। उन्हें शॉल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। स्व. बोहरा की पत्नी इंदिरा शर्मा ने उन्हें पांच हज़ार रुपये का चेक भेंट Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-37141532935657635832010-02-20T11:04:00.002+05:302010-02-20T11:07:29.805+05:30सूत्र सम्मान कलठा।पुरन सिंह स्मृति सूत्र सम्मान समारोह २१ फरवरी को जगदलपुर के गोयल धर्मशाला में संपन्न होगा। सूत्र जगदलपुर द्वारा आयोजित इस साहित्यिक समारोह में देशभर के रचनाकारों की उपस्थिति में युवा कवि केशव तिवारी को सूत्र सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। गोयल धर्मशाला में आयोजित होने वाले इस विशिष्ट साहित्यिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में रचनाकार श्री वाचस्पति, वाराणासी उपस्थित रहेंगे एवं कार्यक्रम की Unknownnoreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-79179456688033187162010-02-19T16:43:00.000+05:302010-02-19T16:48:28.891+05:30हाशिए पर ईमानदारी !आर के विजमाँ-बाप बच्चों को रोज ईमानदारी का एक पाठ पढ़ाया करते थे। आजादी की लड़ाई के किस्सों में, ईमानदारी और समर्पण की भावना ओत-प्रोत रहती थी। दादी माँ की कहानियाँ आदर्श नागरिक बनने की नसीहत के साथ खत्म होती थी। परंतु, आजकल ईमानदारी, बुजुर्गों के घर के कोने में रखी पुरानी लाठी की तरह हो गई है। जिसकी कभी-कभार याद आने पर ही सुध ली जाती है। ईमानदारी की कीमत तो कई बार प्रताड़ित या अपमानित भी होकर चुकानीUnknownnoreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-64118134496439191142010-02-06T21:47:00.001+05:302010-02-06T21:49:52.761+05:30छत्तीसगढ़ी साहित्य में समकालीन चेतना -अशोक सिंघई विकास के नैरंतर्य में मनुष्य ने समूहों, समाजों और संगठनों में रहने की कला का निरन्तर विकास किया। सफलता, उपलब्धि और अस्तित्व की सुरक्षा की जिजीविषा से आतप्त मनुष्य ने सहेजने, सँवारने और बाँटने की क्रियाओं की अनिवार्यता को अपनी प्राकृतिक शक्तियों में समाहित किया। दुनिया को और उसके अनंत सांसारिक व्यापार और व्यवहार से अपना रिश्ता ढूँढती, समाज व समूहों से तादात्म्य स्थापित रखती मनुष्य की Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-54362980330314215882010-01-31T10:32:00.002+05:302010-01-31T10:35:58.931+05:30शब्दों की सत्ता का क्षरण रोकें - पंतमाखनलाल जी पुण्यतिथि पर पत्रकारिता विश्वविद्यालय में व्याख्यानभोपाल, 30 जनवरी। शब्द की सत्ता से उठता भरोसा सबसे बड़ा खतरा है। इसे बचाने की जरूरत है। ये विचार माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल में पं. माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित स्मृति व्याख्यान में अध्यक्षीय भाषण देते हुए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के मंत्री-संचालक कैलाशचंद्र पंत ने व्यक्त किए। Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-39831275611839255382010-01-29T17:22:00.001+05:302010-01-29T17:25:59.838+05:30पांडुलिपि हेतु गंभीर रचनाकारों से रचना आमंत्रणUnknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-33012045323590154062010-01-29T10:27:00.002+05:302010-01-29T10:30:48.833+05:30पद्मश्री देकर महाकवि को अपमानित करने की भर्त्सनादेश के प्रख्यात कवि एवं मूर्धन्य साहित्यकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने महाकवि जानकी वल्लभ शास्त्री को ‘पद्मश्री’ अंलकरण देने के लिए भारत सरकार की तीव्र भर्त्सना की है और कहा है कि जिस सरकार को साहित्य के क्षेत्र में एक महाकवि और एक चुटकुलेबाज़ के बीच कोई अंतर नहीं दिखाई देता हो, उस सरकार के हाथों यह अंलकरण लेना किसी भी साहित्यकार के लिए अशोभनीय और निंदनीय है । (ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ के एक मंचीय कविUnknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-59434637698566502742010-01-22T15:20:00.000+05:302010-01-22T15:22:05.150+05:30डॉ.अभिज्ञात को अम्बडेकर उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मानकोलकाताः रविवार की देर रात तक आयोजित एक भव्य समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए अम्बेडकर सम्मान प्रदान किये गये। डॉ.अभिज्ञात को उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर के चेयरमैन डॉ.धर्मेन्द्र कुमार ने प्रदान किया। दो दशकों से पत्रकारिता कर रहे डॉ.अभिज्ञात सम्प्रति सन्मार्ग में वरिष्ठ उप-सम्पादक हैं। वे साहित्य में भी सक्रिय हैं और छह कविता संग्रह Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-69740776136625652582010-01-22T15:18:00.000+05:302010-01-22T15:19:58.486+05:30डॉ. गोकुल मुखर्जी इस्पात राजभाषा सम्मान से सम्मानितभिलाई इस्पात संयंत्र की राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 4 जनवरी 2010 को सम्पन्न 95वीं बैठक में प्रबंध निदेशक श्री रा. रामराजु ने हिंदी तकनीकी पुस्तक समग्र इस्पात परिचय के यशस्वी लेखक व सेल के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. गोकुलानन्द मुखर्जी को इस्पात राजभाषा सम्मान से अलंकृत किया। उल्लेखनीय है कि डॉ. मुखर्जी ने उक्त पुस्तक बाँग्ला में लिखी है जिसका कि हिंदी अनुवाद मानव संसाधन विकास विभाग के सौजन्य से बीएसपी Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-1051976716310712412010-01-22T15:17:00.001+05:302010-01-22T15:18:36.040+05:30अशोक सिंघई महाप्राण निराला सम्मान से विभूषितलिट्ररी क्लब भिलाई इस्पात संयंत्र के अध्यक्ष व राजभाषा प्रमुख श्री अशोक सिंघई को भुवनेश्वर (उड़ीसा) में सम्पन्न अखिल भारतीय राजभाषा संगोष्ठी में मुख्य अतिथि डॉ. प्रसन्न पाटसाणि सांसद् भुवनेश्वर एवं माननीय सदस्य संसदीय राजभाषा समिति ने भारतीय भाषाओं में लिखी गई हिंदी की आधुनिक कविता में सर्वाधिक प्रदीर्घ कविता अलविदा बीसवीं सदी के लिये महाप्राण निराला साहित्य शिरोमणि सम्मान से विभूषित किया। मुम्बई Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-7982685014852433512010-01-22T15:14:00.002+05:302010-01-22T15:16:57.210+05:30भिलाई इस्पात संयंत्र कम्प्यूटर पर हिंदी प्रयोग में अग्रणीमुम्बई स्थित संस्थान राजभाषा किरण के तत्वावधान में भुवनेश्वर में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में 8 जनवरी 2010 को मुख्य अतिथि डॉ. प्रसन्न पाटसाणि सांसद् भुवनेश्वर एवं माननीय सदस्य संसदीय राजभाषा समिति ने अखिल भारतीय स्तर कम्प्यूटर व आॅन-लाइन पर सर्वाधिक हिंदी प्रयोग के लिये भिलाई इस्पात संयंत्र को सर्वोत्कृष्ट निरूपित करते हुये सम्मानित किया। भिलाई इस्पात बिरादरी की ओर से संयंत्र के राजभाषा प्रमुख Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-28902160349513514642010-01-22T15:10:00.002+05:302010-01-22T15:14:06.237+05:30अशोक सिंघई भारतेन्दु हरिश्चन्द्र सम्मान से विभूषितलिट्ररी क्लब भिलाई इस्पात संयंत्र के अध्यक्ष व राजभाषा प्रमुख श्री अशोक सिंघई को जोधपुर में सम्पन्न अखिल भारतीय राजभाषा संगोष्ठी में मुख्य अतिथि राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बनवारी लाल गौड़ ने भारतीय भाषाओं में लिखी गई हिंदी की आधुनिक कविता में सर्वाधिक प्रदीर्घ कविता अलविदा बीसवीं सदी के लिये भारतेन्दु हरिश्चन्द्र साहित्य शिरोमणि सम्मान से विभूषित किया। प्रो0 गौड़ ने कहा कि अपनी Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-75454736607915879032010-01-22T15:08:00.001+05:302010-01-22T15:10:23.772+05:30हिंदी आशुलिपि एक धरोहर है - राजकुमार नरूलाराजभाषा विभाग भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संयंत्र कार्मिकों के लिए प्रथम बार हिंदी आशुलिपि प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ दिनांक 4-11-2009 को मानव संसाधन विकास केन्द्र के कक्ष 125 में श्री राजकुमार नरूला महाप्रबंधक (कार्मिक) के मुख्य आतिथ्य एवं श्री दिलीप नंनौरे उप महाप्रबंधक (संपर्क व प्रशासन) की अध्यक्षता तथा श्री अशोक सिंघई सहायक महाप्रबंधक (राजभाषा) की विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-31402928022484351932010-01-22T15:05:00.002+05:302010-01-22T15:08:19.439+05:30डॉ. मैनेजर पाण्डेय इस्पात राजभाषा सम्मान से विभूषितराजभाषा विभाग भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा 13 नवम्बर 2009 को इस्पात भवन में आयोजित राजभाषा संगोष्ठी में मुख्य अतिथि की आसंदी से सुविख्यात समालोचक व साहित्यकार डॉ. मैनेजर पाण्डेय के विचारोत्तेजक व्याख्यान से समस्त प्रतिभागी मंत्रमुग्ध रह गये। भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (खदान-रावघाट) श्री मानवेन्द्र नाथ राय की अध्यक्षता में सम्पन्न इस संगोष्ठी में श्री सुनील कुमार जैन उप महाप्रबंधक Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-20613549.post-80863269216712781542010-01-17T15:43:00.002+05:302010-01-17T15:47:10.241+05:30भारत को पहचानने की जरूरत- श्रीभगवान सिंहआधुनिक व दार्शनिक दृष्टि से हिन्द स्वराज अधिक प्रासंगिक- आचार्य नंदकिशोरहिन्द स्वराज की प्रासंगिकता पर व्याख्यान सम्पन्न रायपुर, 16जनवरी । ख्यातिनाम गांधीवादी, चिंतक और लेखक जयपुर के नंदकिशोर आचार्य ने कहा है गांधी जी की किताब हिन्द स्वराज्य आधुनिक एवं दार्शनिक दृष्टि से आज अधिक प्रासंगिक है। उन्होंने हिन्द स्वराज्य का विश्लेषण करते हुए कहा कि स्वदेशी, स्थानीय जरूरतों के, लिए स्थानीय संस्थानों सेUnknownnoreply@blogger.com0