1/13/2008

16 फरवरी को होगा सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगरों का सम्मान - राय आमंत्रित

रचनाकारों की प्रतिष्ठित संस्था सृजन-सम्मान द्वारा शुरू की गई अभिनव योजना के तहत अपनी रचनात्मकता के चयनित देश के 3 चयनित श्रेष्ठ साहित्यिक चिट्ठाकारों को आगामी 16 फरवरी, 2008 को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित छठवें अखिल भारतीय साहित्यमहोत्सव में सम्मानित किया जायेगा । उनका यह सम्मान उन्हें देश-विदेश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों, पत्रकारों, संपादकों व हिंदीसेवियों की समुपस्थिति में संपन्न होगा । उक्त अवसर पर देश के लगभग सभी राज्यों से लगभग लघुकथाकार भी उपस्थित होंगे । सम्मानित होने वाले चिट्ठाकार हैं – श्री अनूप शुक्ला, श्री अजीत वडनेरकर और ममता जी ।

इस समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री व राज्यपाल भाग लेंगे । इस मौके पर राज्य के उच्च शिक्षा एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ। कृष्णमूर्ति बाँधी व वरिष्ठ कवि श्री विश्वरंजन (पुलिस महानिदेशक व फिराकगोरखपुरी के नाती) भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे ।

सम्मान के पीछे निहितार्थ, चयन हेतु संस्था द्वारा निर्धारित निमयावली, निर्णायक समिति, सम्मान विवरण आदि की जानकारी यहाँ देखी जा सकती है ।

संस्था इस अवसर पर पुनः इस आदर्श चयन के लिए चयनकर्ता विद्वानों, चयन पर प्राप्त टिप्पणीकारों के प्रति आभार व्यक्त करती है साथ ही यह भी स्पष्ट करती है कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जैसा कि पहले ही स्पष्ट है - ब्लॉगरों की रचनात्मकता को रेखांकित कर हिंदी चिट्ठाकारी के प्रति साहित्यकारों की रूझान बढ़ाना भी रहा है । सो इस चयन में किसी स्वाभिमानी चिट्ठाकार के बिना प्रविष्टि भेजे भी उसके चिट्ठों पर हमारे चयन कर्ताओं ने मुक्तकंठ से विचार किया और इसमें किसी प्रकार की कोई बुराई नहीं है। क्योंकि हमारे विद्वान चयनकर्ताओं सहित संस्था का कोई उद्देश्य यह कदापि नहीं रहा है कि उन्हें शामिल कर और उन्हें ही जानबुझकर चयन सूची में रखा जाय । उन्होंने प्रजातांत्रिक तरीके से लगभग सभी ब्लॉगों पर विचार किया । फिर भी इस सूची में अपने नाम समादृत या अंकित होने मात्र से किसी चिट्ठेकार की भावना को ठेस लगी है तो संस्था उसके प्रति खेद प्रकट करती है ।

हिन्दी के चिट्ठाकार कृपया राय देवें –
इस घोषणा (postisg)पर कुछ टिप्पणियाँ अंकित की गई हैं कि उनका नाम इस क्रम से हटा दिया जाय । इस संबंध में हमारे चयनकर्ताओं और हिंदी के चिट्ठेकारों की राय जानकर संस्था उनकी ऐसी सूचना पर उन्हें बिना किसी पूर्वाग्रह के त्वरित हटाने में संकोच नहीं करेगी । क्योंकि संस्था स्वयं अपनी गरिमा के प्रति कहीं अधिक सतर्क और जागरुक है और वह किसी भी व्यक्ति की गरिमा के प्रति भी संवेदनशील है ।

राम पटवा
महासचिव

7 टिप्‍पणियां:

दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

इस आयोजन के लिए संस्था के सभी कर्णधारों-कार्यकर्ताओं का सम्पूर्ण हिन्दी चिट्ठाकार जगत की ओर से आभार। आप ने हिन्दी चिट्ठाकारी के इतिहास में एक मील का पत्थर ठोंक दिया है। सदैव कायम रहेगा।

रवि रतलामी ने कहा…

ब्ल़ॉग एक सार्वजनिक सूचनाओं के आदान प्रदान का एक सार्वजनिक माध्यम है. तमाम विश्व में इस तरह के ब्लॉग श्रेणियाँ , टॉप ब्लॉग्स सूची जारी होती हैं और होती रहेंगी. जिसमें जाहिर है आपत्तियाँ होती रहती हैं. मेरे विचार में हटाने की आवश्यकता नहीं है. उनकी आपत्ति दर्ज हो ही चुकी है.

Balendu Sharma Dadhich ने कहा…

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिकता तो ब्लॉग विश्व के बुनियादी तत्व हैं। सबने अपनी बात कही, अनुकूल हो या प्रतिकूल, सबका खुले दिल से स्वागत है।

Rachna Singh ने कहा…

When ever you give marks to someone to declare results and if 3 people get equal marks do you give the award to one out of them because she is a woman ??
in case 3 people get equal marks then they all qualify for the award and it has to be distributed among all three .
all three will be known as 3rd position holder
then why are you becoming a part of system that is setting a wrong precedence by giving award to one out of three because she is a woman.
such things in long run make people say that woman dont deserve awards they get it because they are woman.

this is the first award that has come for blogger community and if a precedence will be set which is wrong then in the coming years we are going to all follow the wrong precedence
judges are right in judging but they can not select one among three when all three have equal marks.
in case they had to then they should not have shown the marks .
no one is questioning the intregrity of judges but they are also humans and they also can be corrected

Sanjeet Tripathi ने कहा…

मुझ नही लगता कि किसी को हटाने की जरुरत है! हां जिन्होने हटाने की गुजारिश की है उन्हे अगली बार न लिया जाए यह सही होगा।

Mohinder Kaur ने कहा…

ram patva ji.
namaskar.
lcknow ke navodit hindi lekhak sammelan mei mulakat hui thi. ab uske baad aaj aapka naam uahn dekha. khushi hai ki aap electronic media mei yahan tak pahuch gaye.
moni

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

सुझाव है कि सभी वक्तव्यों, चयन के लिए शामिल सभी चिट्ठों, पुरस्कार विजेताओं के चिञ, टिप्पणियों इत्यादि की एक पोस्ट, संभव हो तो स्मारिका और सृजन गाथा में एक विशद रपट परraकाशित की जानी चाहिए।