जाने माने ब्लॉगिंग विशेषज्ञ, अंतरजाल पर हिंदी की प्रतिष्ठा के लिए समर्पित टेक्नोक्रेट, छत्तीसगढ़ी भाषा में आपरेटिंग सिस्टम विकसित करने वाले रविशंकर श्रीवास्तव उर्फ रवि रतलामी को वर्ष 2007-08 का “छत्तीसगढ गौरव सम्मान” देने का निर्णय लिया गया है । यह निर्णय चयन समिति (राज्य के पूर्व उच्च शिक्षा व टैक्नोलाजी मंत्री व वर्तमान विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा (सृजन-सम्मान के अध्यक्ष), रविशंकर विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञानी डॉ. चित्तरंजन कर, छत्तीसगढ़ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अध्यक्ष (व साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के मनोनीत सदस्य)गिरीश पंकज, छत्तीसगढ़ी भाषाशास्त्री व पूर्व कुलसचिव श्री नंदकिशोर तिवारी, व सृजनगाथा के संपादक व चयन समिति के संयोजक जयप्रकाश) ने आज 26 जनवरी को एक विशेष बैठक में लेते हुए श्री रतलामी के कार्य को सूचना और संचार क्रांति के क्षेत्र में राज्य के 2 करोड़ लोगों की भाषा-छत्तीसगढ़ी के उन्नयन और विकास के लिए परिणाममूलक और दूरगामी प्रभाव वाला निरूपित किया है ।
समिति ने अपनी अनुशंसा में कहा है कि यह गौरव की बात है कि इसे अन्य राज्य नहीं अपितु छत्तीसगढ़ के ही एक युवा इंजीनियर ने कर दिखाया है, जो साबित करता है कि राज्य के लोग छत्तीसगढ़ी को वास्तविक रूप में राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए हर स्तर पर अपनी सहभागिता को रेखांकित कर रहे हैं ।
श्री श्रीवास्तव को राज्य की साहित्यिक संस्था सृजन-सम्मान द्वारा आयोजित छठवें अखिल भारतीय साहित्य महोत्सव और अंतरराष्ट्रीय लघुकथा सम्मेलन के दो दिवसीय कार्यक्रम में देश-विदेश के 300 साहित्यकारों और छत्तीसगढ़ी भाषा के विशेषज्ञों, रचनाकारों, पत्रकारों की उपस्थिति महामहिम राज्यपाल और संस्कृति मंत्री द्वारा सम्मानित किया जाने की तैयारी की जा रही है । उन्हें इस अवसर पर नगदराशि, मानपत्र, शॉल, श्रीफल और बहुमूल्य साहित्यिक कृतियाँ भेंटकर अलंकृत किया जायेगा ।
उक्त अवसर पर भाषायी निष्ठा से विकसित छत्तीसगढ़ी आपरेटिंग सिस्टम का प्रदर्शन भी श्री रतलामी उपस्थित साहित्यकारों, पत्रकारों, भाषाविदों के समक्ष करेंगे । वे अंतरजाल पर हिंदी में कार्य करने की तकनीकी के बारे में भी विस्तृत जानकारी देंगे ।
समिति के महासचिव डॉ. राजेन्द्र सोनी एवं श्री राम पटवा ने अपनी संयुक्त विज्ञप्ति मे कहा है कि राज्य के चिकित्सक श्री सुखदेवे को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शोध और विकसित चिकित्सा प्रविधि के लिए “छत्तीसगढ़ गौरव” से अलंकृत किया जायेगा । ज्ञातव्य हो श्री सुखदेवे भारत के उन चिकित्सकों में से एक हैं जिनके द्वारा विकसित चिकित्सा प्रणाली और औधषि को वृद्धावस्था रोकने में कारगर माना गया है । उनकी इस उपलब्धि को कई देशों के चिकित्साशास्त्रियों ने मौलिक और प्रभावकारी सिद्ध किया है । वे इन दिनों सेंट्रल जेल, रायपुर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ है ।
छत्तीसगढ़ निवासी इन दोनों प्रतिभाओं को छत्तीसगढ़ गौरव हेतु चयन किये जाने पर राज्य के कई बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, समाजसेवियों, पत्रकारों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है ।
समिति ने अपनी अनुशंसा में कहा है कि यह गौरव की बात है कि इसे अन्य राज्य नहीं अपितु छत्तीसगढ़ के ही एक युवा इंजीनियर ने कर दिखाया है, जो साबित करता है कि राज्य के लोग छत्तीसगढ़ी को वास्तविक रूप में राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए हर स्तर पर अपनी सहभागिता को रेखांकित कर रहे हैं ।
श्री श्रीवास्तव को राज्य की साहित्यिक संस्था सृजन-सम्मान द्वारा आयोजित छठवें अखिल भारतीय साहित्य महोत्सव और अंतरराष्ट्रीय लघुकथा सम्मेलन के दो दिवसीय कार्यक्रम में देश-विदेश के 300 साहित्यकारों और छत्तीसगढ़ी भाषा के विशेषज्ञों, रचनाकारों, पत्रकारों की उपस्थिति महामहिम राज्यपाल और संस्कृति मंत्री द्वारा सम्मानित किया जाने की तैयारी की जा रही है । उन्हें इस अवसर पर नगदराशि, मानपत्र, शॉल, श्रीफल और बहुमूल्य साहित्यिक कृतियाँ भेंटकर अलंकृत किया जायेगा ।
उक्त अवसर पर भाषायी निष्ठा से विकसित छत्तीसगढ़ी आपरेटिंग सिस्टम का प्रदर्शन भी श्री रतलामी उपस्थित साहित्यकारों, पत्रकारों, भाषाविदों के समक्ष करेंगे । वे अंतरजाल पर हिंदी में कार्य करने की तकनीकी के बारे में भी विस्तृत जानकारी देंगे ।
समिति के महासचिव डॉ. राजेन्द्र सोनी एवं श्री राम पटवा ने अपनी संयुक्त विज्ञप्ति मे कहा है कि राज्य के चिकित्सक श्री सुखदेवे को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शोध और विकसित चिकित्सा प्रविधि के लिए “छत्तीसगढ़ गौरव” से अलंकृत किया जायेगा । ज्ञातव्य हो श्री सुखदेवे भारत के उन चिकित्सकों में से एक हैं जिनके द्वारा विकसित चिकित्सा प्रणाली और औधषि को वृद्धावस्था रोकने में कारगर माना गया है । उनकी इस उपलब्धि को कई देशों के चिकित्साशास्त्रियों ने मौलिक और प्रभावकारी सिद्ध किया है । वे इन दिनों सेंट्रल जेल, रायपुर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ है ।
छत्तीसगढ़ निवासी इन दोनों प्रतिभाओं को छत्तीसगढ़ गौरव हेतु चयन किये जाने पर राज्य के कई बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, समाजसेवियों, पत्रकारों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है ।
14 टिप्पणियां:
रवि भाई सहाब को हार्दिक अभिनन्दन !
ravi ji ko bahut bahut badhai
सूर्य से देदीप्यमान
शख्स रवि जो शंकर
भी है, को सम्मानित
करने वालों को, होने
वाले भाई रतलामी को
और असंख्य चितेरे
पाठकों को
गण के तंत्र पर
मन के पावन तंत्र
से बधाई.
मेरी तरफ से बधाई।
रवि भाई को बधाइयाँ। यह सम्मान नहीं उन के काम को रिकग्निशन है।
हार्दिक अभिनन्दन !
अपार खुशी की बात है।
रवि जी को बहुत बहुत बधाई।
रवि जी को बहुत-बहुत बधाई।
यह आवश्यक ही था कि यह सम्मान रतलामी जी को मिले!!
बधाई उन्हें!!
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद. आप सभी के प्रेम, सहयोग व आशीर्वचनों के लिए मैं तहे दिल से आभारी हूँ.
बहुत बहुत बधाई...
आपकी सेवा सबको है भाई
रवि भाई, हमारी भी बधाई स्वीकारें।
बहुत बहुत बधाई रवि भाई, आपकी लगन, समर्पण और बहुमुखी योग्यता को वह मान्यता मिली है जिसकी वह हकदार है। यह आपके लिए ही नहीं, आपसे जुड़े हम जैसे हर व्यक्ति के लिए बड़े गौरव का अवसर है। हार्दिक बधाई।
रतलामी जी को बहुत-बहुत बधाई।
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