6/29/2006

आजमाइये अपनी रचनात्मकता को

जरा समय निकालिए ना जनाब ।
कविता तो अपनी पसंद से आप लिखते ही रहते हैं
कभी दिए गये विषय पर भी तो लिख कर देखिए

तैयार हैं तो एक ठौर बतायें
कविता लेखन का कविता लेखन और साथ ही सम्मान का सम्मान

देर मत कीजिए और लिख ही डालिए । इस विषय पर तो प्रायमरी कक्षा के विद्यार्थी भी लिख लेते हैं फिर आप तो लिख्खाड़ कवि हैं भाई

चलिए आपको विषय भी कहे देते हैं कविता का-
घर, जी हाँ 'घर' पर ही आपको कुछ लिखना है

विस्तृत जानकारी के लिए यहाँ देखिए- http://www.srijangatha.com/sarjna.htm

आप चाहें तो हमसे चर्चा भी कर सकते हैं
और फिर चर्चा करने में आखिर बुराई भी क्या है
हम आपके लिए हर व़क्त खाली बैठे हैं
विश्वास न हो तो लिख कर देखिए

आपका अपना
हिन्दी सेवक

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