बहरहाल सृजनगाथा जैसी भाषा, साहित्य और संस्कृति को प्रोत्साहित करने वाली विशुद्धतः साहित्यिक पोर्टल ने अब हिंदी के महत्वपूर्ण ब्लॉग्स को समादरण देने लगी है । इसमें विषय साहित्यिक भी होंगे और साहित्येत्तर भी । चूँकि ब्लॉग्स ग्लोबल अभिव्यक्ति के साधन हैं अतः यहाँ भूगोल का भी दुराग्रह नहीं होगा । अब तक अधिकांश पत्रिकाओं ने जिन ब्लॉग्स या ब्लॉगर्स की कथित चर्चा की है, हम उसके मोह से भी बचते रहेंगे । सुदूर गाँवों में, कम साधनों के बावजूद ब्लॉग्स पर हिन्दी को विस्तारित करने वाले ब्लॉगर्स पर भी हमारी दृष्टि रहेगी ।
हमने पिछले सप्ताह से शुरू किया है - आप ही देखें कुछ ब्लॉग्स, हो सकता है जिसे शायद आप ऐसे ही जाने दिये होंगे -
ब्लॉग गाथा
हाय रे ज़िन्दगी
अब्दुल्ला
जिन्ना, जसवंत और भारत का भविष्य