2/20/2010

सूत्र सम्मान कल

ठा।पुरन सिंह स्मृति सूत्र सम्मान समारोह २१ फरवरी को जगदलपुर के गोयल धर्मशाला में संपन्न होगा। सूत्र जगदलपुर द्वारा आयोजित इस साहित्यिक समारोह में देशभर के रचनाकारों की उपस्थिति में युवा कवि केशव तिवारी को सूत्र सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। गोयल धर्मशाला में आयोजित होने वाले इस विशिष्ट साहित्यिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में रचनाकार श्री वाचस्पति, वाराणासी उपस्थित रहेंगे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता चर्चित आलोचक जीवनसिंह, जोधपुर करेंगे। साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में युवा कवि त्रिलोक महावर, जांजगीर एवं ठा रामसिंह नारायणपुर उपस्थित रहेंगे।प्रातः ११.३० बजे से आयोजित होने वाले इस साहित्यिक आयोजन के प्रथम सत्र में सूत्र सम्मान कार्यक्रम में युवा कवि केशव तिवारी की कविताओं पर बसंत त्रिपाठी, शाकीर अली एवं रजत कृष्ण अपना आलेख प्रस्तुत करेंगे, तत्पश्चात दूसरे सत्र में दोपहर के २.३० बजे कविता पाठ का कार्यक्रम संपन्न होगा जिसमें नगर एवं बाहर से आए कवियों का कविता पाठ होगा। इस सत्र में युवा कवि केशव तिवारी, महेश चंद्र पुनेठा एवं संतोष अलेक्स के कविता संग्रह आसान नहीं विदा कहना, भय अतल में एवं कविता के पक्ष में नहीं, अंग्रेजी कवि जयंत महापात्र का हिन्दी अनुवाद व साहित्यिक पत्रिका सर्वनाम का लोकार्पण कार्यक्रम भी संपन्न होगा। इन दोनों सत्रों का संचालन जीएस मनमोहन एवं भास्कर चौधरी करेंगे। सूत्र सम्मान के महत्वपूर्ण आयोजन में रचनाकार शिरकत कर रहे हैं। जिसमें महत्वपूर्ण है बसंत त्रिपाठी नागपुर, संतोष एलेक्स विशाखापटनम, नासिर अहमद सिकन्दर, कमलेश्वर साहू भिलाई, शाकिर अली रायगढ़, संजय शाम, नंद कसारी रायपुर, रजत कृष्ण, शैलेष साहू बागबहारा, विजय राठौर, नरेन्द्र श्रीवास्तव,सतीश सिंह, नागवंशी जाजंगिरी, त्रिजुगी कौशिक, देवांशु पाल बिलासपुर, पाथिक तारक नांदगांव, मांझी अनंत, युगल गजेन्द्र, कमेश्वर कुमार, सुबोध देवांगन धमतरी, निर्मल आनंद कोमा, भास्कर चौधरी, सूरज प्रकाश राठौर कोरबा सहित नगर के समस्त रचनाकार उपस्थित रहेंगे।
बंटवारा का मंचन
अंचल की नाट्य, लोकनृत्य, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा बाल नाट्य शिविर आयोजित करने वाली संस्था प्रतिबिम्ब कला परिषद २० फरवरी को राष्ट्रीय विद्यालय मंच में संध्या ७.३० बजे से लेखक वीरेन्द्र कुमार भारद्वाज की कृति नाटक बंटवारा का मंचन करेगी।

2 टिप्‍पणियां:

ѕнαιя ∂я. ѕαηנαу ∂αηι ने कहा…

स्रिजन गाथा डाट काम के बारे में पढ कर उद्वेलित हूं । सर्व प्रथम बधाई स्वीकार कीजिये। ब्लाग पर अभी सरसरी नज़र डाली है। अच्छा लगा आपका निस्वार्थ साहित्यिक योगदान क़ाबिले-तारीफ़ है। आप और आपका ब्लाग बुलंदी हासिल करे इसी शुभकामनाओं के साथ अपनी एक गज़ल प्रेषित कर रहां हूं। अच्छी लगे तो स्थान प्रदान करें । धन्यवाद। आपका डा; संजय दानी दुर्ग, छत्तीसगढ ।

dr sanjay dani ने कहा…

ख़बर प्रदान करने के लिये धन्यवाद्।