जगदलपुर। सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था अभियान की चर्चित प्रस्तुति गांधी का सपᆬल मंचन बिहार की राजधानी पटना में आयोजित पाटलीपुत्र नाट्य महोत्सव के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में विशेष रूप से हुई। नाटक गांधी के अलावा देशभर से पधारे चिन्हीत नाट्यकर्मियों का सम्मान भी किया गया, जिसमें बंगाल के वरिष्ठ कलाकार रूद्रप्रताप सेनगुप्ता, बिहार के वरिष्ठ नाट्य लेखक रामेश्वर प्रेम एवं छत्तीसगढ़ के रंगनिर्देशक सत्यजीत भट्टाचार्य, पाटलीपुत्र नाट्य सम्मान से सम्मानित हुए। ज्ञात हो कि सत्यजीत अभियान के माध्यम से विगत २० वर्षों से बस्तरिया कलाकारों को अखिल भारतीय मंच उपलब्ध करवा रहे हैं।अब तक इस नाटक में अंचल के कई युवाओं ने अभिनय का जौहर दिखाया है। पटना में संस्था को सांसद सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने भी अपनी शुभकामनाएं दी। कलाकारों में केतन महानंदी, सुनील बघेल, विक्रम कुमार सोनी, अश्विनी अग्रवाल और सुधीर दत्त शर्मा ने अपने अभिनय का जौहर दिखाया। वही मंच परे सत्यजीत भट्टाचार्य का संयोजन, संकल्पना, निष्पादन और निर्देशन तो था ही संगीत संयोजन में श्रवण मरकाम, जबकि विशेष सहयोग हेमंत दीक्षित, सिद्घार्थ मुखर्जी व समलूराम का मिला। विश्व रंगमंच दिवस २७ मार्च को अभियान संस्था द्वारा जगदलपुर में नाटकों की श्रृंखला का मंचन करने की योजना है
2/21/2010
सत्यजीत को मिला पाटलीपुत्र नाट्य सम्मान
जगदलपुर। सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था अभियान की चर्चित प्रस्तुति गांधी का सपᆬल मंचन बिहार की राजधानी पटना में आयोजित पाटलीपुत्र नाट्य महोत्सव के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में विशेष रूप से हुई। नाटक गांधी के अलावा देशभर से पधारे चिन्हीत नाट्यकर्मियों का सम्मान भी किया गया, जिसमें बंगाल के वरिष्ठ कलाकार रूद्रप्रताप सेनगुप्ता, बिहार के वरिष्ठ नाट्य लेखक रामेश्वर प्रेम एवं छत्तीसगढ़ के रंगनिर्देशक सत्यजीत भट्टाचार्य, पाटलीपुत्र नाट्य सम्मान से सम्मानित हुए। ज्ञात हो कि सत्यजीत अभियान के माध्यम से विगत २० वर्षों से बस्तरिया कलाकारों को अखिल भारतीय मंच उपलब्ध करवा रहे हैं।अब तक इस नाटक में अंचल के कई युवाओं ने अभिनय का जौहर दिखाया है। पटना में संस्था को सांसद सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने भी अपनी शुभकामनाएं दी। कलाकारों में केतन महानंदी, सुनील बघेल, विक्रम कुमार सोनी, अश्विनी अग्रवाल और सुधीर दत्त शर्मा ने अपने अभिनय का जौहर दिखाया। वही मंच परे सत्यजीत भट्टाचार्य का संयोजन, संकल्पना, निष्पादन और निर्देशन तो था ही संगीत संयोजन में श्रवण मरकाम, जबकि विशेष सहयोग हेमंत दीक्षित, सिद्घार्थ मुखर्जी व समलूराम का मिला। विश्व रंगमंच दिवस २७ मार्च को अभियान संस्था द्वारा जगदलपुर में नाटकों की श्रृंखला का मंचन करने की योजना है
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