4/09/2006
खोया बचपन लौटा दो
बाल गीत
अक्षय मिश्रा
एक विनती करूं मैं तुमसे भगवन मेरा खोया बचपन लौटा दो
ले लो ये रिमोट और बुद्धू बक्सा खेल-कूद, कथा-कहानी लौटा दो ।
नहीं चाहिए अंगरेज़ी कान्वेंट, सुन्दर-सा शांतिनिकेतन लौटा दो
बोझ बने बस्ता, ढोने के बदले, शीतल पट्टी और खड़िया लौटा दो ।
हरदम पढ़ाई से मन उब गया लंबी छुट्टियों वाले दिन लौटा दो
दिखावे के कैक्टस नहीं चाहिए, कूकती कोयल अमराई लौटा दो ।
सूना-सूना है घर और आँगन, भाई-बहन और मित्र-मंडली लौटा दो
नहीं चाहिए केवल मम्मी-पापा, भरा-पूरा परिवार अब लौटा दो ।।
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(श्री मिश्रा हिन्दी के युवा बालकथाकार एवं गीतकार हैं । अब तक उनकी 5 संग्रह प्रकाशित हो चुकी है । देश की महत्वपूर्ण बाल पत्रिकाओं में लगातार इनकी रचनाएँ छपती रहती हैं । वे वर्तमान में कृषि विभाग रायगढ़ में सहायक सांख्यिकीय अधिकारी हैं । उनसे संपर्क का पता है- गौशाला पारा, रामभांठा रोड़, रायगढ़, छ.ग., 496001 है। संपादक )
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