1/07/2006
भारती बन्धु छत्तीसगढ के तीसरे ब्लागर्स बने
राज्य के गौरव और सुप्रसिद्ध कबीर गायक न केवल अब कबीर की दुनिया तक सुधी श्रोताओं को पहुँचायेंगे बल्कि अपने बेवब्लाग से इंटरनेट के माध्यम से संपूर्ण दुनिया की सैर भी कर सकेंगे । उन्होंने अपना ब्लाग बना लिया है । नाम रखा है उन्होंने "कबीर गायक भारती बन्धु" । जी हाँ, वे अब अपने प्रशंसकों से निरंतर संवाद भी कायम कर सकेंगे । सुना है इस जगह पर वे अपनी जीवन-यात्रा का विवरण, सृजनकर्म की संपूर्ण जानकारी, भविष्य के कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी, ऐतिहासिक क्षणों की तस्वीरें, चुनींदे भजनों का आडियो और वीडियो भी मुक्त में रख रहे हैं ताकि समूचे आध्यात्मिक जगत् तक यानी कि देश-विदेश तक उनकी पहुँच सरल हो सके । इसे कहते हैं भारतीय आध्यात्म को समूचे विश्व में विस्तार देने की ललक । शायद आपको यह नहीं पता कि वे छत्तीसगढ के ऐसे ब्लागर हो चुके हैं जिनका नाम तीसरे क्रम पर आता है । क्या आप जानते हैं कि वे इंटरनेट के कौशल से परिचित मात्र हैं पर उन्होंने प्रोग्रामिंग की कोई तकनीक नहीं जानते । वे कैसे हिन्दी के सबसे पुराने संत-कवि कबीर की वाणी को जग में विस्तार देने के लिए अंतरजाल में कूद पडे हैं । आप भले ही संगीतकार नहीं पर कुछ कार तो जरूर हैं । आप कुछ कार भी न हों । पर आप के पास शायद अपनी कार हो । चलिये हम आपकी कार की ही बात कर सकते हैं । आप उस कार में कितनी दूर पहुँच सकते हैं ? पर आप ब्लाग बनाकर पलक झपकते ही फ्रांस या अमेरिका के हिन्दीभाषी व्यक्ति से जुड सकते हैं ।
सच-सच कहिये आपमें भी स्वयं को व्यक्त करने की कश्मकश चल रही है ना । शरमाते क्यों हैं आप ? अभिव्यक्ति को अपना हथियार बनाना चाहते हैं तो कुछ मत करिये । सिर्फ इंटरनेट से जुड जाईये । कैसे ? जैसे भारती बन्धु जुडे । और कैसे ?
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